हरदीप सिंह मुंडियां ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से जल जीवन मिशन के तहत पहली किस्त के 161 करोड़ रुपये की बकाया राशि जारी करने की अपील की

हरदीप सिंह मुंडियां ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से जल जीवन मिशन के तहत पहली किस्त के 161 करोड़ रुपये की बकाया राशि जारी करने की अपील की

First Installment under Jal Jeevan Mission

First Installment under Jal Jeevan Mission

पंजाब में जल जीवन मिशन योजना का और विस्तार बेहद जरूरी: मुंडियां

नई दिल्ली, 10 दिसंबर: First Installment under Jal Jeevan Mission: पंजाब के जल आपूर्ति और सेनिटेशन मंत्री श्री हरदीप सिंह मुंडियां ने आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल से जल जीवन मिशन योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली किस्त के 161 करोड़ रुपये की बकाया राशि जारी करने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह राशि प्राथमिकता के आधार पर जारी की जाएगी।

जल जीवन मिशन योजना की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाग लेते हुए श्री मुंडियां ने कहा कि राज्य के निवासियों को पीने के पानी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि पंजाब ने ग्रामीण क्षेत्रों में ओडीएफ प्लस (खुले में शौच मुक्त प्लस) का दर्जा प्राप्त करने में बेहतरीन प्रगति की है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य ने  फीकल स्लज मैनेजमेंट (एफएसएम) नीति तैयार कर ली है।

First Installment under Jal Jeevan Mission

बैठक में जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग के प्रमुख सचिव श्री नीलकंठ एस. अवहद और मिशन निदेशक श्री अमित तलवार भी मौजूद थे।

जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री ने कहा कि राज्य समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए प्राथमिकता के आधार पर पंजाब के सभी गांवों को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत मॉडल प्लस दर्जा दिलाने का लक्ष्य रखता है।

श्री मुंडियां ने कहा कि हाल ही में हुए चुनावों के बाद राज्य में ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में प्रगति को बढ़ावा देने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि अगले तीन महीनों में इस दिशा में और ठोस कदम उठाए जाएंगे।

इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में ओडीएफ प्लस का दर्जा प्राप्त करने के लिए पंजाब की महत्वपूर्ण उपलब्धि की सराहना की। उन्होंने राज्य द्वारा फीकल स्लज मैनेजमेंट (एफएसएम) नीति तैयार करने के लिए भी प्रशंसा व्यक्त की।